tag:blogger.com,1999:blog-36839053.post5317897564571075707..comments2023-10-25T01:57:16.030-07:00Comments on चक्रधर की चकल्लस: होली पर विशेषAshok Chakradharhttp://www.blogger.com/profile/09746363048746219100noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-23848514381849746432010-03-01T08:45:41.368-08:002010-03-01T08:45:41.368-08:00दराल, दीपक और द टाइगर,
मैंने सही लिखा है अगर
और आप...दराल, दीपक और द टाइगर,<br />मैंने सही लिखा है अगर<br />और आपको ठीकठाक लगा है,<br />तो इसका मतलब है आपके मन में<br />होली की आस्था से प्यार जगा है।<br />होली की मंगलकामनाएं।Ashok Chakradharhttps://www.blogger.com/profile/09746363048746219100noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-59834724274363917272010-02-28T04:16:09.071-08:002010-02-28T04:16:09.071-08:00sir aapse vishesh aagrah hai...
इस बार रंग लगाना त...sir aapse vishesh aagrah hai...<br />इस बार रंग लगाना तो.. ऐसा रंग लगाना.. के ताउम्र ना छूटे.. <br />ना हिन्दू पहिचाना जाये ना मुसलमाँ.. ऐसा रंग लगाना..<br />लहू का रंग तो अन्दर ही रह जाता है.. जब तक पहचाना जाये सड़कों पे बह जाता है..<br />कोई बाहर का पक्का रंग लगाना..<br />के बस इंसां पहचाना जाये.. ना हिन्दू पहचाना जाये..<br />ना मुसलमाँ पहचाना जाये.. बस इंसां पहचाना जाये..<br />इस बार.. ऐसा रंग लगाना...<br />(और आज पहली बार ब्लॉग पर बुला रहा हूँ.. शायद आपकी भी टांग खींची हो मैंने होली में..)<br /> <br />होली की उतनी शुभ कामनाएं जितनी मैंने और आपने मिलके भी ना बांटी हों...दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-23708981964220413822010-02-28T03:43:41.198-08:002010-02-28T03:43:41.198-08:00होली पर बहुत सही बातें कहीं हैं आपने ।
बहरहाल , अभ...होली पर बहुत सही बातें कहीं हैं आपने ।<br />बहरहाल , अभी तो सब होली के रंग में रंगे हैं।<br />और होली त्यौहार है --<br /><br />रंगों का , उमंगों का<br />खाने खिलाने का , हंसने हंसाने का<br />मिलने मिलाने का , और सबको<br />प्रेम से गले लगाने का ।<br /><br />होली की हार्दिक शुभकामनायें, अशोक जी ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.com