tag:blogger.com,1999:blog-36839053.post59485280473188653..comments2023-10-25T01:57:16.030-07:00Comments on चक्रधर की चकल्लस: युवा का उल्टा वायुAshok Chakradharhttp://www.blogger.com/profile/09746363048746219100noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-73912838968549514872012-03-03T07:28:19.658-08:002012-03-03T07:28:19.658-08:00सरल भाषा, सहज अभिव्यक्ति,
बिना आडम्बर के गहन बात ...सरल भाषा, सहज अभिव्यक्ति, <br />बिना आडम्बर के गहन बात को <br />सपाट बयानी कर देना तो कोई <br />आप से सीखे। मानस मन पर <br />प्रभाव डालने वाली रचना। <br />धन्यवाद। <br />आनन्द विश्वासआनन्द विश्वासhttps://www.blogger.com/profile/02666085499584633090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-65261767825510862322011-04-18T10:13:57.588-07:002011-04-18T10:13:57.588-07:00यह सब भास्कर में सुबह पढ़ा था। यहाँ तो री-ठेल है। ...यह सब भास्कर में सुबह पढ़ा था। यहाँ तो री-ठेल है। मगर है चुटीला।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-31995332620100407882011-04-18T08:13:52.964-07:002011-04-18T08:13:52.964-07:00हम तो अब तक मलयालम को ही उलटा-पुलटा करने के चक्कर ...हम तो अब तक मलयालम को ही उलटा-पुलटा करने के चक्कर में रहे यहां चक्र अन्य शब्दों को देख कर दंग[गंदऽऽऽ नहीं] रह गए :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-41044636835914619802011-04-18T06:26:46.575-07:002011-04-18T06:26:46.575-07:00युवा -वायु , हवा -वाह , चाह -हचा --
इस कड़ी को आगे ...युवा -वायु , हवा -वाह , चाह -हचा --<br />इस कड़ी को आगे बढाया जाए तो मज़ा आ जाए ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-63763359266995191702011-04-18T06:24:51.677-07:002011-04-18T06:24:51.677-07:00धरती की गोदी से
निकली तरुणाई है
बाहर आकर खुल कर
ले...धरती की गोदी से<br />निकली तरुणाई है<br />बाहर आकर खुल कर<br />लेती अंगड़ाई है।<br />संकल्पों की माला<br />इसने आज पिरोई,<br />बहता ये पानी है<br />रोक न पाए कोई।<br />मुश्किल है जो मंज़िल <br />इसने पकड़ी है वो राह।<br />बोलिए .. बहुत सुन्दर रचना भावों को अच्छी अभिव्यक्ति , बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-63284390787127837422011-04-18T01:29:36.550-07:002011-04-18T01:29:36.550-07:00हर चीज़ का उल्टा-पुल्टा नहीं होता, पर आप क्षमतावान...हर चीज़ का उल्टा-पुल्टा नहीं होता, पर आप क्षमतावान हैं कर सकते हैं।Ashok Chakradharhttps://www.blogger.com/profile/09746363048746219100noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-54689095881981543542011-04-18T01:21:44.348-07:002011-04-18T01:21:44.348-07:00चाह का उल्टा हचा,
वस यहीं बवाल मचा।चाह का उल्टा हचा,<br />वस यहीं बवाल मचा।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36839053.post-56611884864645706052011-04-17T23:53:17.836-07:002011-04-17T23:53:17.836-07:00मुश्किल है जो मंज़िल
इसने पकड़ी है वो राह।
कोई भ...मुश्किल है जो मंज़िल <br />इसने पकड़ी है वो राह।<br /><br />कोई भी नहीं सकता <br />इसको हरा ( राह का उल्टा )<br /><br />वाह वाह वाह ..बहुत सुन्दर रचनासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com